Dubai एक ऐसा शहर है, जहां दुनिया के हर कोने से लोग आते हैं। यहां काम करते हैं, बसते हैं, और कई लोग अपनी अपनी पूरी जिंदगी भी यहाँ बिताने की प्लान बनाते हैं। 2025 की पहली छमाही में 3,600 से ज्यादा लोगों ने इस्लाम अपनाने का फैसला किया है।
Dubai IACAD और उनकी पहल
UAE में जो लोग इस्लाम अपना रहे हैं, उसमें बड़ी मदद की है IACAD (Islamic Affairs and Charitable Activities Department) और Mohammed bin Rashid Centre for Islamic Culture ने।
- उन्होंने 47 से ज़्यादा क्लास और सेशन रखे,
- 1,300 से ज़्यादा लोगों ने इन कोर्स में भाग लिया,
- और “Sustainable Knowledge Room” नाम की एक जगह पर 190 से ज़्यादा लोगों ने आकर सीखा।
ये सब क्लास और सेशन किसी को मजबूर करने के लिए नहीं थे, बल्कि बस सही जानकारी देने और लोगों को खुलकर सवाल पूछने का मौका देने के लिए रखे गए थे।
Dubai में लोग इस्लाम क्यों अपना रहे हैं?
कई लोग इस धर्म के बारे में सही और भरोसेमंद जानकारी लेना चाहते थे, और उन्हें सीखने का अवसर मिला। कुछ लोग अपनी ज़िंदगी में मानसिक सुकून और संतुलन की तलाश में थे, जिसे उन्होंने इस्लाम में पाया।
कई लोगों को मुस्लिम समुदाय में अपनापन और सहारा महसूस हुआ, जिससे उनका बदलाव आसान हो गया। साथ ही, UAE का कानून धार्मिक स्वतंत्रता देता है, जिससे लोग बिना डर और दबाव के अपना मनपसंद धर्म चुन सकते हैं।
प्रवासी समुदाय की अहमियत
UAE की आबादी में ज्यादातर लोग प्रवासी हैं। अलग-अलग देशों और पृष्ठभूमि से आने वाले ये लोग नई चीज़ें सीखने और अपनाने के लिए तैयार रहते हैं। इस माहौल में, आस्था से जुड़े बदलाव भी स्वाभाविक रूप से होते हैं।
