UAE: अबू धाबी पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 377 किलोग्राम क्रिस्टल मेथ (नशीली दवा) जब्त की और इसके साथ ही तीन एशियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया है। यह ड्रग्स कंटेनरों के अंदर छिपाकर रखे गए थे, लेकिन पुलिस और राष्ट्रीय मादक पदार्थ नियंत्रण सेवा की टीम ने मिलकर इस तस्करी की कोशिश को नाकाम कर दिया।
कैसे पकड़ी गई यह खेप?
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि यह गिरोह बेहद पेशेवर तरीके से काम कर रहा था और ड्रग्स को इस तरह छिपाया गया था कि आसानी से पकड़ा न जा सके। लेकिन अबू धाबी की मादक पदार्थ निरोधक टीम की विशेषज्ञता और चौकसी के चलते यह बड़ी खेप पकड़ी गई।
कर्नल ताहिर ग़रीब अल ज़हरी, जो मादक पदार्थ निरोधक निदेशालय के निदेशक हैं, ने बताया कि संदिग्धों ने “अनोखे तरीके” अपनाए थे ताकि उनका माल आसानी से मार्केट तक पहुँच जाए। मगर पुलिस ने ट्रैकिंग और निगरानी के जरिए समय रहते इस माल को पकड़ लिया।
तीन एशियाई नागरिक गिरफ्तार
इस कार्रवाई में तीन एशियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस का कहना है कि ये लोग संगठित रूप से काम कर रहे थे और इनका नेटवर्क देश के बाहर भी फैला हो सकता है। फिलहाल इनसे पूछताछ जारी है ताकि तस्करी के पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
लगातार बढ़ रही है तस्करी की कोशिशें
UAE में हाल के दिनों में ड्रग्स की तस्करी के कई मामले सामने आए हैं। अधिकारियों का मानना है कि तस्कर हर बार नए तरीके अपनाते हैं ताकि कानून को धोखा दे सकें। लेकिन सुरक्षा एजेंसियाँ भी लगातार निगरानी और उन्नत तकनीक का इस्तेमाल कर रही हैं, जिससे उनकी कोशिशें नाकाम हो रही हैं।
यह हालिया मामला भी दिखाता है कि तस्कर कितनी बड़ी मात्रा में नशीले पदार्थों को मार्केट तक पहुँचाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन अबू धाबी पुलिस की सतर्कता ने यह साफ़ कर दिया है कि UAE में ऐसे अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है।
नागरिकों से अपील
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि अगर किसी को भी संदिग्ध नशीली गतिविधियों या ड्रग्स से जुड़ी जानकारी मिलती है, तो वह तुरंत सुरक्षा हेल्पलाइन 8002626 पर इसकी सूचना दें। पुलिस का कहना है कि नागरिकों की भागीदारी से ही समाज को नशे के इस खतरे से सुरक्षित रखा जा सकता है।
377 किलो क्रिस्टल मेथ की यह ज़ब्ती UAE में मादक पदार्थों के खिलाफ चल रही जंग की एक बड़ी जीत मानी जा रही है। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की यह सख़्ती तस्करों के लिए साफ़ संदेश है कि चाहे वे कितने भी रचनात्मक तरीके क्यों न अपनाएँ, अबू धाबी की निगरानी से बचना नामुमकिन है।
यह मामला न सिर्फ UAE की सुरक्षा व्यवस्था की मज़बूती को दिखाता है बल्कि प्रवासियों और स्थानीय नागरिकों के लिए एक चेतावनी भी है कि अगर कोई इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल होगा तो उसे कड़ी सज़ा का सामना करना पड़ेगा।
