Weather Update: भारत के दक्षिणी और पश्चिमी राज्यों में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने UAE लौट रहे प्रवासियों के लिए यात्रा को काफी मुश्किल बना दिया है। कर्नाटक, महाराष्ट्र और केरल जैसे इलाकों में कई दिनों से तेज़ बारिश जारी है, जिसके चलते सड़कों पर पानी भर गया है, रेलवे ट्रैफिक बाधित है और एयरपोर्ट तक पहुंचने का समय सामान्य से तीन गुना तक बढ़ गया है। ऐसे हालात में कई प्रवासी अपनी फ्लाइट मिस होने के डर से तय समय से आठ से दस घंटे पहले ही घर से निकल रहे हैं।
“साढ़े तीन घंटे का सफ़र 7 घंटे में हुआ तय”
दुबई में काम करने वाले आसिफ शेख, जो हाल ही में कर्नाटक के होन्नावारा से वापस लौटे हैं, बताते हैं कि आम तौर पर मैंगलोर एयरपोर्ट पहुंचने में उन्हें लगभग साढ़े तीन घंटे लगते थे। लेकिन इस बार लगातार बारिश और रास्तों में बाधाओं के कारण उन्हें पूरे सात घंटे का सफ़र तय करना पड़ा, जिसकी वजह से उन्होंने एक दिन पहले ही यात्रा शुरू की। आसिफ का कहना है कि अगर थोड़ा भी देरी होती तो उन्हें फ्लाइट के लिए नया टिकट लेना पड़ता, जिसकी कीमत दो से तीन हज़ार दिरहम तक होती।
महाराष्ट्र में भी रेड अलर्ट और फ्लाइट लेट
केवल दक्षिण भारत ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र में भी हालात काफी चिंताजनक हैं। मुंबई में लगातार हो रही तेज़ बारिश की वजह से दर्जनों उड़ानों में देरी हुई है और कई लोकल ट्रेनें भी रद्द कर दी गई हैं। फ्लाइटरडार24 के आंकड़ों के अनुसार मंगलवार को अकेले 150 से अधिक प्रस्थान और लगभग 100 आगमन वाली फ्लाइट्स देरी से चलीं। एयरपोर्ट प्रशासन ने एक आधिकारिक एडवाइजरी जारी कर यात्रियों से आग्रह किया है कि वे निर्धारित समय से पहले एयरपोर्ट पहुंचने की कोशिश करें।
“10 घंटे पहले घर से निकले… फिर भी डर बना हुआ था”
अबू धाबी की एक फ़ूड कंपनी में प्रोडक्शन मैनेजर के रूप में कार्यरत अभिषेक पाटिल भी इस स्थिति का अनुभव कर चुके हैं। वह अपने परिवार के साथ रत्नागिरी से मुंबई पहुंचे और बताया कि लोकल ट्रेनें रद्द होने और सड़क मार्ग बाधित होने के कारण उन्होंने एक दिन पहले निकलने का फैसला किया। होटल से एयरपोर्ट की लगभग 10–12 किलोमीटर की दूरी तय करने में उन्हें चार घंटे लगे और उनकी फ्लाइट भी दो घंटे देरी से रवाना हुई। उन्होंने कहा कि उन्हें एयरपोर्ट पर लगभग 10 घंटे तक इंतजार करना पड़ा, लेकिन राहत की बात यह थी कि वे समय पर पहुंच गए।
“45 किलोमीटर का सफर तय करने में लगे 6 घंटे”
मुंबई की पीआर एक्जीक्यूटिव कृतिका नायर, जो दुबई वापस जा रही थीं, ने बताया कि वह अपनी फ्लाइट से लगभग 10 घंटे पहले डोंबिवली से निकलीं, लेकिन 45 किलोमीटर का सफर पार करने में उन्हें छह घंटे लग गए। उन्होंने इसे अपने जीवन की सबसे तनावपूर्ण यात्राओं में से एक बताया और माना कि मानसून के समय मुंबई से यात्रा यदि संभव हो तो टाल देनी चाहिए।
क्या सलाह दे रहे हैं अधिकारी?
भारी बारिश के पूर्वानुमान और लगातार जारी रेड अलर्ट को देखते हुए UAE लौट रहे कई प्रवासी इस समय अतिरिक्त सावधानी बरत रहे हैं। अधिकतर लोग घर से आठ से दस घंटे पहले ही निकल रहे हैं ताकि सड़क या रेल मार्ग में किसी तरह की बाधा होने पर भी समय से एयरपोर्ट पहुंचा जा सके। विशेषज्ञ और स्थानीय प्रशासन यात्रियों को सलाह दे रहे हैं कि वे समय रहते यात्रा शुरू करें, एयरलाइंस से अपडेट लेते रहें और मौसम संबंधी एडवाइजरी का पालन करें।
